नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है (History of network marketing in Hindi)

नेटवर्क मार्केटिंग काइतिहास क्या है (History of Network Marketing in Hindi)


नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है (History of network marketing in Hindi) नेटवर्क मार्केटिंग के इत्तिहास को समझने से पहले यह समझ लेते है की आखिर नेटवर्क मार्केटिंग क्या है। तो चलिए आसान शब्दों में जान लेते है की आखिर नेटवर्क मार्केटिंग क्या है।

 

नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है (History of network marketing in Hindi)


नेटवर्क मार्केटिंग क्या है 

नेटवर्क मार्केटिंग एक व्यवसाय है जिसमे लोग जुड़कर अपने सपनो को पूरा करते है और दूसरे लोगो को जोड़कर उनके भी सपने पूरे कराते है। तथा कंपनी के द्वारा दी गई वस्तुओ और सेवाओं की बिक्री करते है। जैसा की भारत में Direct selling को  नेटवर्क मार्केटिंग, चैन सिस्टम, पिरामिड स्कीम, स्कैम, Scandal जैसे कई नामो से जाना जाता है।  

नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है


दुनिया की पहली Direct Selling कंपनी कौन सी है ? 

Avon दुनिया की पहली डायरेक्ट सेल्लिंग कम्पनी है। जिसकी स्थापना सन 1886 में David Mcconnell  के द्वारा की गई थी। उस समय Avon केवल एक डायरेक्ट सेल्लिंग कम्पनी थी। जो की लोगो के घर-घर जाकर किताबे बेचती थी। और इसके बाद Mcconnell ने किताबो की जगह सेंट का बिज़नेस खोलने के बारे में सोचा और अपनी कंपनी का नाम बदलकर Califonia Perfume कंपनी रख दिया। आगे चलकर यह फिर से इसका नाम Avon हो गया और Avon ने नए प्रोडक्ट के साथ कंपनी को चलाया और खूब सफलता हासिल की। 
 
इसी  के चलते 1910 में अमेरिका ने The First Direct Association Fund लागु कर दिया था। अब आप के मन में आ रहा होगा की DSA ( Direct Selling Association ) आखिर करता क्या था। DSA अमेरिका में उन सभी कंपनियों को कंट्रोल करता था जो वस्तुओ और सेवाओं को सीधा ग्राहक तक पहुँचती थी। 

नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना  

नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना सन 1945 में Dr. Carl F. Rehnborg के द्वारा किया गया था। 

Carl F. Rehnborg  :-  कार्ल फ रेहनबोर्ग का जन्म 15 जून 1887 अमेरिका में हुआ था।  कार्ल फ रेहनबोर्ग 1915 से 1927 तक चीन में रहे और उन्होंने देखा की चीन के लोग स्वस्थ्य रहने के लिए अलग अलग आहार पूरक ( Multi Vitamin ) का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने देखा की चीन के लोग बहुत ज्यादा हेल्थ के उपर ध्यान देते है। उसके विपरीत अमेरिका के लोग ज्यादा हेल्थ पर ध्यान नहीं देते थे। और उन्हें लगा की आहार पूरक Supplement का बिज़नेस अमेरिका में खूब चलेगा और वहा के लोगो को इसकी जरुरत भी है।   


California Vitamin कंपनी की स्थापना 

Carl F. Rehnborg चीन से वापस आने के बाद साल 1934 में California Vitamin कंपनी की स्थापना की। जो की Multi Vitamin प्रोडक्ट बनाती थी। पहले तो यह कंपनी कैलिफ़ोर्निया से सुरु हुई फिर यह धीरे धीरे करके पुरे अमेरिका में फैल गई।  

Nutrilite का जन्म 

कुछ ही सालो बाद कार्ल फ. रेहनबोर्ग ने सोचा की उनकी कंपनी का नाम ब्रांडेड होना चाहिए इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी का नाम California Vitamin से बदलकर साल 1939 में Nutrilite रख दिया।  

लोगो को उनके प्रोडक्ट पसंद आने लगे। क्योकि लोगो को प्रोडक्ट से अच्छे रिजल्ट मिल रहे थे। 

  

Carl F. Rehnborg के प्रोडक्ट बिकने के कारण 

Nutrilite के प्रोडक्ट बिकने के दो कारण है। 1. प्रोडक्ट की Quality 2. पब्लिसिटी 

प्रोडक्ट की गुणवत्ता ( Quality ) :- प्रोडक्ट  गुणवत्ता अच्छी होने के कारण लोगो को Nutrilite के प्रोडक्ट पसंद आ रहे थे। क्योकि लोगो को इनसे अच्छा रिजल्ट मिल रहा था।  इसलिए लोग प्रोडक्ट का बार बार इस्तेमाल भी कर रहे थे।  

पब्लिसिटी :-  क्योकि Nutrilite के पास बहुत सारे Direct Seller थे। जिसकी वजह से प्रोडक्ट की बिक्री बहुत ज्यादा होने लगी थी।  


Carl F. Rehnborg का विचार 

सन 1940 के दशक में कार्ल रेहनबोर्ग के मन में विचार आया की। क्यों न हम Customer को ही अपना Distributor बना ले और उनको ही कमीशन दिया जाये। 

उसके बाद उन्होंने Multi Level Marketing का अविष्कार किया। और अपनी कंपनी Nutrilite को साल 1945 में नेटवर्क मार्केटिंग में उतार दिया। सुरु में कंपनी ने 2% का दो लेवल तक का कमीशन प्लान निकला यानि कुल बिक्री पर 2% का कमीशन मिलेगा और वो भी दो लेवल तक। जिसके चलते कंपनी ने दिन दुगनी रात चौगनी तरकी की।  

Amway  का जन्म 

amway की स्थापना Jay van Andel और Rechard Devos के द्वारा साल 1959 में की गई जिसका नाम The American Way रखा गया। जिसे आप आज amway के नाम से जानते है। 

इससे पहले जय वेन अन्डेल और रिचर्ड डेवोस Nutrilite में काम किया करते थे। इन्होने nutrilite कंपनी को साल 1949 में ज्वाइन किया था। जय वेन अन्डेल और रिचर्ड डेवोस ने Nutrilite में जीतोड़ मेहनत की और खूब सफलता भी हासिल की।  

करीब 10 सालो बाद Nutrilite ने अपने कदम वापस Traditional मार्किट की तरफ बढ़ाना सुरु कर दिया परन्तु जय वेन अन्डेल और रिचर्ड डेवोस डायरेक्ट सेल्लिंग के पोटेंशियल को समझ गए थे। और यह समझ चुके थे की Nutrilite वापस ट्रेडिशनल मार्केटिंग के तरफ क्यों जा रही थी। कुछ समय दोनों ने विचार किया और फिर American Way Company की स्थापना कर दी। 

इस बार amway ने Home Care प्रोडक्ट के साथ मार्किट में Entry ली। कुछ ही समय बाद कंपनी का नाम बदलकर Amway रख दिया गया। इसके बाद Amway ने मार्किट में बहुत ज्यादा सफलता हासिल की।  

आगे चलकर Amway ने साल 1972 में Nutrilite का कुछ भाग खरीद लिया। और फिर 1994 में Amway ने Nutrilite को पूरी तरह से खरीद लिया। इसके बाद Amway से Inspire होकर काफी सारी कंपनी ने Multi level marketing के concept को अपनाया। 

 

भारत में नेटवर्क मार्केटिंग की शुरुआत 

1996 में पहली बार स्वीडन की एक डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी ने इंडिया में कदम रखा। इसके बाद यह सिलसिला चलता गया और कई कम्पनियों ने भारत में नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस को अपनाया। 


भारत में Amway की शुरुआत     

5 मई 1998 को Amway ने भारत में कदम रखा उस समय भारत के लोग के लिए MLM एक नया Concept था। क्योकि लोगो को नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में जानकारी नहीं थी। कुछ समय बाद लोगो को समझ आने लगा की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है। और यह भी समझ आया की इससे पैसे भी कमाए जा सकते है।  

शुरुआत में Amway का डिस्ट्रीब्यूटर बनने पर एक Kit मिलती थी। जिसका कीमत करीब 45000 हज़ार हुआ करती थी। जिसमे आपको कुछ होम केयर और पर्सनल केयर प्रोडक्ट मिलते थे। काफी लोगो ने Amway को ज्वाइन किया और पैसे भी कमाए। और फिर लोगो को समझ आने लगा की आखिर नेटवर्क मार्केटिंग क्या है।  


Froud कम्पनियो का उदभव  

उस समय कई लोगो को लगता था की नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनियो के प्रोडक्ट बहुत महंगे है। जिसके चलते आम लोग इसमें ज्वाइन नहीं हो पा रहे थे। जिसका फायदा उठाकर मार्किट में कई कंपनियों ने जन्म लिया जो की बिना किसी प्रोडक्ट के नई स्कीम लेकर आई। जो की केवल पैसा लगाओ और पैसा कमाओ वाला सिस्टम था। जिसमे प्रोडक्ट न होने से कम पैसे में जोइनिंग हो जाती थी। परन्तु लोगो को यह पता नहीं था की ये कम्पनिया Ponzi Scheme चला रही है। 

अब यहाँ लोगो भटकाया गया की कम पैसे में ज्यादा पैसे कमाओ जिसके चलते लोग इन कंपनियों की तरफ आकर्षित होने लगे तथा लोगो को लगा की यह कम समय में ज्यादा पैसे कमाए जा सकते है। परन्तु लोगो को यह पता नहीं था की कंपनी लोगो का पैसा लोगो को ही वापस घुमा फिरा के दे रही है।

और फिर ऐसा ही हुआ कई कम्पनिया लोगो का पैसा लेकर भाग गई। Saradha और Speak asia जैसी हज़ारो कम्पनिया लोगो का पैसा लेकर भाग गई जिसके चलते लोगो का नेटवर्क मार्केटिंग पर से भरोसा उठ गया और लोग नेटवर्क मार्केटंग से दूर भागने लगे।  


नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के बदनामी का दौर 

जब कई साडी कम्पनिया भाग गई तो लोगो ने नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों को बदनाम किया। इसके बाद से लोगो ने नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों में ज्वाइन होने से मन कर दिया। अब लोगो को लगने लगा था की नेटवर्क मार्केटिंग में केवल फ्रॉड कंपनी ही आती है। और स्कीम, स्कैंडल करके लोगो का पैसा लेकर भाग जाती है। 

हलाकि की लोगो ने अभी नेटवर्क मार्केटिंग को पूरी तरह समझा नहीं था। लेकिन फिर भी सभी लोगो ने नेटवर्क मार्केटिंग की खूब बुराई की। परन्तु इसके बावजूद बहुत सी ऐसी कम्पनिया आई  जिन्होंने लोगो का पैसा इक्क्ठा किया और पैसा लेकर कूद को दिवालिया घोसित कर दिया।   


IDSA (इंडियन डायरेक्ट सेल्लिंग एसोसिएशन का गठन) 

स्कीम, स्कैम, स्कैंडल के चलते नेटवर्क मार्केटिंग में जितनी भी अच्छी कम्पनिया थी। उन्हें बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसलिए इन सभी कंपनियों ने मिलकर IDSA का गठन किया। जिसको हम इंडियन डायरेक्ट सेल्लिंग एसोसिएशन कहते है। 

IDSA क्या है :- इंडियन डायरेक्ट सेल्लिंग एसोसिएशन डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनियों का एक संघ है। जो की सभी डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनियों के लिए Guidelines तैयार करता है। और कंपनियों को Guidelines में रहकर काम करने के लिए सलाह देती है। और जो भी कम्पनिया Guidelines में रहकर कार्य नहीं करती उन्हें IDSA के द्वारा ससपेंड कर दिया जाता है। 

IDSA के द्वारा 9 सितम्बर 2016 को डायरेक्ट सेल्लिंग के लिए Guidelines तैयार की गई।  जिसके तहत एक साल में ही लगभग 250 लाख कंपनियों को ससपेंड कर दिया गया। अभी भारत में Guidelines में रहकर लगभग ३९० कम्पनिया कर रही है।  

आज फिर नेटवर्क मार्केटिंग को लॉकर लोग के मन में जागरूकता आ रही है और लोग फिर से नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्रीज की तरफ अपने कदम बढ़ा रहे है।  



हम आशा करते है की  नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है (History of network marketing in Hindi) के बारे में आपको बहुत कुछ जानने को मिला है। नेटवर्क मार्केटिंग से जुडी और भी जानकारी लेना चाहते है तो हमारी दूसरी पोस्ट्स भी जरूर पढ़े।     


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