नेटवर्क मार्केटिंग इन हिंदी (Network Marketing in Hindi)


नेटवर्क मार्केटिंग इन हिंदी (Network Marketing in Hindi) 



Network Marketing in Hindi नेटवर्क मार्केटिंग इन हिंदी  :- नमस्कार दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से नेटवर्क मार्केटिंग से जुडी हर एक जानकारी देने वाले है। जैसे की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है ? नेटवर्क  मार्केटिंग का इतिहार क्या है ? नेटवर्क मार्केटिंग का भविष्य क्या होने वाला है ? नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री कैसे कार्य करती है ? नेटवर्क में एक अच्छी कंपनी का चुनाव कैसे करे। तथा नेटवर्क मार्केटिंग करने के फायदे क्या - क्या  हो सकते है। तो चलिए दोस्तों पहले यह समझ लेते है। की आखिर नेटवर्क मार्केटिंग क्या होती है।


नेटवर्क मार्केटिंग इन हिंदी (Network Marketing in Hindi)


नेटवर्क मार्केटिंग क्या है इन हिंदी
Network Marketing in Hindi 


नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा सोचा समझा बिज़नेस प्लान होता है। जिसके माध्यम से सभी नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनिया अपने प्रोडक्ट और सेवाओं को बेचती है।  नेटवर्क मार्केटिंग को हम इंडिया में कई नामो से जानते है। जैसे नेटवर्क मार्केटिंग, चैन सिस्टम, मल्टी लेवल मार्केटिंग, डायरेक्ट सेल्लिंग, पिरामिड स्कीम, स्कैम, Scandal तथा जोड़ने वाला बिज़नेस के नाम से जानते है।  

दूसरे शब्दो में :- नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनियाँ अपने प्रोडक्ट और सर्विस को फैक्टरी से सीधा ग्राहक तक पहुँचती है। अर्थात बिच के डीलर ( यानि सप्लायर, मैनुफेक्चरर, डिस्ट्रीब्यूटर, रिटेलर, ) को हटाकर माल फैक्टरी से सीधा मेरे और आपके घर तक पहुँचती है। 

नेटवर्क मार्केटिंग इंडिया में सबसे तेजी से ग्रो ( Grow ) होने वाला बिज़नेस है। जैसा की एपीजे अब्दुल कलम ने कहा था। की नेटवर्क मार्केटिंग 21 सदी का व्यापार है। और इसे हर एक नौजवान को ज्वाइन करना चाहिए। 

देखा जाये तो दुनिया भर में जितने भी अमीर लोग है। उन्होंने नेटवर्क से ही पैसा कमाया है। इसका मतलब उन्होंने एक ऐसा सिस्टम बनाया है जिससे की उनको काम न करना पड़े फिर भी उनके घर में पैसे आये। तथा नेटवर्क मार्केटिंग भी ऐसे ही कार्य करती है। इसलिए नेटवर्क मार्केटिंग में लोग जल्दी सफल हो जाते है।  


नेटवर्क मार्केटिंग कैसे कार्य करती है

How Does Works Network Marketing   


नेटवर्क मार्केटिंग कैसे कार्य करती है। नेटवर्क मार्केटिंग का सीधा बिज़नेस प्लान है। जिसमे वस्तुओ और सेवाओं को फैक्टरी से डिस्ट्रीब्यूटर के द्वारा ग्राहक तक पहुँचती है। और हर महीने कंपनी का जितना भी टर्नओवर होता है उसका आधा पैसा डिस्ट्रीब्यूटर्स को लेवल के हिसाब से बाट दिया जाता है। 

देखा जाए तो किसी भी उत्पाद को बेचने के लिए ज्यादातर दो तरीको को इस्तेमाल  लिया जाता है।
 
 1.  ट्रेडिशनल मार्केटिंग  2.  नेटवर्क मार्केटिंग   

ट्रेडिशनल मार्किट :-  जैसा की चित्र में आप देख सकते है। की ट्रेडिशनल मार्किट में कंपनी अपने उत्पाद को बेचने के लिए एजेंट, होलसेलर, डिस्ट्रीब्यूटर, रिटेलर, की सहायता लेती है। तब जाके कही कस्टमर तक प्रोडक्ट पहुँचता है। देखा जाये तो फैक्टरी से उत्पाद 30 रूपये का बिकता है। पर ग्राहक तक पहुंचते-पहुंचते वो उत्पाद 100 रूपये का हो जाता है। और बाकि के 60 % पैसे बीच के लोगो में बट जाता है।

 



नेटवर्क मार्केटिंग :-  जैसा की आप ने देखा फैक्टरी से कस्टमर तक माल पहुंचाने में लगभग 60% पैसा बीच के लोगो में बट जाता है।  परन्तु नेटवर्क मार्केटिंग में ऐसा नहीं होता है। नेटवर्क मार्केटिंग में उत्पाद फैक्टरी से सीधा कस्टमर तक पहुँचता है। जैसा की आप निचे चित्र में देख सकते है। तथा यह पर भी उत्पाद 100 रूपये का ही बेचा जाता है। परन्तु बाकि 60% पैसा कंपनी अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स में बाट देती है। यानि मेरे नीचे जितने भी लोग है। उनके द्वारा एक महीने में जितना भी टर्नओवर होता है। उस टर्नओवर का लगभग 60%  पैसा कंपनी मुझसे लेकर मेरे सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स तक Level के हिसाब से वो पैसा बाट देती है।     

इसी तरह आपके नीचे जैसे जैसे खरीदारी बढ़ती जाती है। वैसे वैसे आपकी इनकम भी बढ़ती जाती है।  

 




कैसे करे एक अच्छी कंपनी का चुनाव 



वैसे तो इंडस्ट्री में बहुत सी नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनिया है पर आप इन बातो ध्यान में रखकर सही नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का चुनाव कर सकते है।  

  • कंपनी के प्रोडक्ट Unique तथा अच्छी Quality के होने चाहिए। था ऐसे प्रोडक्ट होने चाहिए जिसका इस्तेमाल बार बार किया जाता हो। 
  • कंपनी के पास खुद की उत्पादन इकाई होना चाहिए यानि जितने भी प्रोडक्ट आप इस्तेमाल करते हो। उनमे से ज्यादातर प्रोडक्ट्स कंपनी के द्वारा ही निर्मित होना चाहिए। 
  • कंपनी का IDSA ( INDIAN DIRECT SELLING ASSOCIATION ), FICCI, GMP, ISO, के द्वारा प्रमाणित होना चाहिए 
  • कंपनी के द्वारा ट्रेनिंग प्रोग्राम पर जोर दिया जाना चाहिए। 
  • कंपनी के लोग ऐसे होने चाहिए जो सेल्स पर कम ध्यान देकर learning पर ज्यादा ध्यान देते हो। 
  • कंपनी के पास खुद का Head Office और देश भर में हजारो डिस्ट्रीब्यूटर सेंटर होना चाहिए। 
  • यदि कोई कंपनी Money Rotation प्लान पर कार्य करती हो तो उस कंपनी में कभी ज्वाइन नहीं होना चाहिए। यानि ज्वाइन करो पैसे कमाओ। ये कम्पनिया ज्यादा दिन तक नहीं टिकती है 
  • जिस भी कंपनी में ज्वाइन होने जा रहे हो वह कंपनी कम से कम 10 - 12 साल पुरानी होनी चाहिए अगर कंपनी पुरानी नहीं है। तो ऊपर वाले सभी Point कंपनी इ मैच करना चाहिए। 
  • कंपनी के मालिक को नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस के बारे में अच्छी नॉलेज तथा सालो का Experience होना चाहिए। 
  • ये ध्यान दीजिये की जिस भी कंपनी में आप काम कर रहे हो उसमे हर महीने मजबूरन कोई सामान न लेना पढता हो तथा आप अपनी मर्जी से कोई भी सामान ले सकते हो।   


नेटवर्क मार्केटिंग करने के फायदे

Benefits of network marketing in Hindi 


आर्थिक लाभ :- नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में आपको लगभग 3 - 5 साल तक खूब मेहनत करनी पड़ती है। और यदि आप यह कर लेते है तो आपकी इनकम आपकी सोच से ऊपर होती है देखा जाये तो नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में लोग आर्थिक लाभ के लिए ही ज्वाइन करते है।  

समय की आजादी :- यदि एक बार आपने नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस को सेटअप कर लिया तो आपके पास आर्थिक लाभ के साथ समय की भी फूल आजादी होती है। क्योकि आपकी Downline आपके लिए कार्य करती है।  

स्वरोजगार :-  नेटवर्क मार्केटिंग को आप स्वरोजगार कह सकते है।  क्योकि इसमें आपका कोई बॉस नहीं होता है आप का जब  मन करते है आप काम करते है। और जब मन करता है तब आराम करते है।  

लोगो से खुलकर बातचीत करना :-  नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में आप लोगो के साथ खुलकर बातचीत करना सिख जाते है। क्यों आपको बार बार स्टेज पर बुलाया जाता है। 

मान सम्मान :- नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में खूब मान सम्मान मिलता है क्यों 

कही भी बिज़नेस फैला सकते है :- नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस देश से लेकर विदेश तक फेला होता है। जिससे की यदि आप दिल्ली में है और आपका दोस्त महाराष्ट्र में है तो आप उसको इस बिज़नेस में Invite कर सकते है। क्योकि महाराष्ट्र में भी कंपनी के Branch तथा डिस्ट्रीब्यूटर सेंटर होंगे।  

पैसिव इनकम :- नेटवर्क  मार्केटिंग में पैसिव इनकम आती है क्योकि आपकी टीम आपके लिए कार्य करती है  

देश विदेश घूमने का मौका :- नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में कम से कम साल में एक बार कंपनी के द्वारा विदेश घूमने का मौका भी मिलता है पर इसके लिए आपको कुछ लेवल achieve करने होते है। 

दुसरो की सहायता :- नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा बिज़नेस है। जिसमे आप जितना दुसरो को आप की इनकम उतना ही बढ़ती जाएगी।   
  

नेटवर्क मार्केटिंग का इतिहास क्या है

 History of Network Marketing in Hindi 

   

दुनिया की पहली Direct Selling कंपनी कौन सी है ? 

Avon दुनिया की पहली डायरेक्ट सेल्लिंग कम्पनी है। जिसकी स्थापना सन 1886 में David Mcconnell  के द्वारा की गई थी। उस समय Avon केवल एक डायरेक्ट सेल्लिंग कम्पनी थी। जो की लोगो के घर-घर जाकर किताबे बेचती थी। और इसके बाद Mcconnell ने किताबो की जगह सेंट का बिज़नेस खोलने के बारे में सोचा और अपनी कंपनी का नाम बदलकर Califonia Perfume कंपनी रख दिया। आगे चलकर यह फिर से इसका नाम Avon हो गया और Avon ने नए प्रोडक्ट के साथ कंपनी को चलाया और खूब सफलता हासिल की। 
 
इसी  के चलते 1910 में अमेरिका ने The First Direct Association Fund लागु कर दिया था। अब आप के मन में आ रहा होगा की DSA ( Direct Selling Association ) आखिर करता क्या था। DSA अमेरिका में उन सभी कंपनियों को कंट्रोल करता था जो वस्तुओ और सेवाओं को सीधा ग्राहक तक पहुँचती थी। 

नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना  

नेटवर्क मार्केटिंग की स्थापना सन 1945 में Dr. Carl F. Rehnborg के द्वारा किया गया था। 

Carl F. Rehnborg  :-  कार्ल फ रेहनबोर्ग का जन्म 15 जून 1887 अमेरिका में हुआ था।  कार्ल फ रेहनबोर्ग 1915 से 1927 तक चीन में रहे और उन्होंने देखा की चीन के लोग स्वस्थ्य रहने के लिए अलग अलग आहार पूरक ( Multi Vitamin ) का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने देखा की चीन के लोग बहुत ज्यादा हेल्थ के उपर ध्यान देते है। उसके विपरीत अमेरिका के लोग ज्यादा हेल्थ पर ध्यान नहीं देते थे। और उन्हें लगा की आहार पूरक Supplement का बिज़नेस अमेरिका में खूब चलेगा और वहा के लोगो को इसकी जरुरत भी है। अगर आप नेटवर्क मार्केटिंग इतिहास के बारे में और भी जानना चाहते है। तो निचे दिए गए लिंक पर जाकर जरूर पढ़े।  

जरूर पढ़े 

नेटवर्क मार्केटिंग का पूरा इतिहास क्या है ? 



हम आशा करते है की आपको यह पोस्ट Network marketing in Hindi  नेटवर्क मार्केटिंग इन हिंदी अच्छी लगी होगी नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में और जानने के लिए हमारी दूसरी पोस्ट्स भी जरूर पढ़े। यदि आपका कोई प्रशन है तो कम्मेंट में लिखना न भूले।  


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